शुक्रवार, 22 जुलाई 2022

कविता - कविता मुझमें








कवयित्री - रेखा चमोली

चित्र : गूगल से साभार

कविता मुझमें

कविता

उन उदास दिनों में भी

उत्साहित करती है मुझे

जब गिर चुके होते हैं

पेड़ से सारे पत्ते

नंगे खड़े पेड़

नीचे धूप तापती धरती…


इस पूरी कविता का आनंद लीजिए, ऑडियो की मदद से…


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