गुरुवार, 28 जुलाई 2022

कविता - पदचिह्न













चित्र : गूगल से साभार


गीली-गीली पगडंडियों पर


साँचे की तरह छप गए हैं पदचिह्न


मिट्‌टी की नींद को तोड़ते हुए


ये पदचिह्न


कलाकृतियों की तरह


आकर्षित करते हैं।


ऐसे करोड़ों पदचिह्न धरती पर उतरते हैं


गीली मिट्‌टी पर....



इस अधूरी कविता को पूरा सुनने का आनंद लीजिए, 

ऑडियो की मदद से...



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें