गुरुवार, 4 अगस्त 2022

कविता - कैसे कैसे दिन दिखलाए



चित्र : गूगल से साभार

नई सदी के कड़वेपन ने 


कैसे कैसे दिन दिखलाए 


बचपन भूखा, यौवन सूखा 


तंगहाल मरता है जीवन 


देख बुढ़ापा काँपे काठी  


हाय हाय करता है तन-मन 


साँसो के इस उथलेपन ने 


कैसे कैसे दिन दिखलाए 


नई सदी के... 



इस अधूरी कविता को पूरा सुनने का आनंद लीजिए ,

ऑडियो की मदद से...




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