रविवार, 29 जनवरी 2023

बाल कहानी - लड्‌डूओं की बारिश






चित्र - गूगल से साभार

उत्तराखंड के रामगढ़ गाँव में बानी रहती थी उसका घर पहाड़ की चोटी पर था. उसकी माँ स्वादिष्ट मिठाइयाँ बनाती थी. एक दिन उसकी माँ ने लड्डू बनाये और फिर उन्हें एक गोल डब्बे में अच्छी तरह से बंद करके रखा तभी लड्डुओं से भरा ये डिब्बा उनके हाथ से फिसल कर गिर गया  और लुढ़कने लगा. लुढ़कते हुये वो घर के खुले दरवाजे से बाहर की ओर चला गया. माँ लड्डुओं से भरे डिब्बे के पीछे दौड़ी. डिब्बा तो तेजी से पहाड़ी से नीचे की तरफ लुढ़कने लगा. माँ चिल्लाने लगी “अरे मेरा लड्डुओं से भरा डिब्बा लुढ़का रे, कोई उसे पकड़ो रे.”

तभी बानी के पापा आये, उन्होंने भी डिब्बा लुढ़कते देखा. माँ फिर से चिल्लाने लगी “अरे मेरा लड्डुओं से भरा डिब्बा लुढ़का रे,कोई उसे पकड़ो रे.” पापा भी डिब्बे को पकड़ने के लिए भागने लगे. तभी माँ को बेटा आता दिखाई दिया, माँ जोर से बोली “ अरे लड्डुओं से भरा डिब्बा लुढ़का रे, बेटा उसे पकड़ो रे.” ढलान होने के कारण डिब्बा पहाड़ से नीचे की तरफ तेजी से लुढ़कने लगा. भाई भी डिब्बे के पीछे भागा. अब आगे डिब्बा लुढ़क रहा था उसके पीछे माँ भाग रही थी, माँ के पीछे पापा भाग रहे थे, पापा के पीछे भाई भाग रहा था. माँ चिल्लाये जा रही थी “अरे मेरा लड्डुओं से भरा डिब्बा लुढ़का रे,कोई उसे पकड़ो रे.” डिब्बा था कि रुकने का नाम नहीं ले रहा था और इतनी तेजी से लुढ़क रहा था कि सरपट भागता हुआ घोड़ा भी पीछे रह जाए.

इतने में गावं के मुखिया दिख गए, उन्हें देखते ही माँ जोर से बोली “मुखिया जी,मुखिया जी मेरा लड्डुओं से भरा डिब्बा लुढ़का रे, कोई उसे पकड़ो रे.” मुखिया ने देखा बड़ा सा डिब्बा लुढ़क रहा है. डिब्बा के अंदर के स्वादिष्ट लड्डुओं की कल्पना करके ही उनके मुहँ में पानी आ गया और वो भी डिब्बा को रोकने के लिए दौड़ पड़े. अब आगे आगे डिब्बा उसके पीछे माँ, माँ के पीछे पापा,पापा के पीछे भाई, भाई के पीछे मुखिया जी भाग रहे थे.

माँ ने देखा सामने से बानी आ रही है. माँ ने उसे जोर से आवाज लगाई “बानी लडडुओं से भरा डब्बा लुढ़का रे,तू उसे पकड़ रे.” बानी ने देखा डिब्बा तेजी से उसकी तरफ लुढ़कता हुआ आ रहा है, वो डिब्बे को पकड़ने के लिए रोड़ के बीच में खड़ी हो गयी. तभी रास्ते में एक बड़ा पत्थर आ गया. तेजी से लुढ़कता हुआ डब्बा जोर से उस पत्थर से टकराया और ऊपर की तरफ उछला. हवा में डिब्बा खुल गया. सारे लड्डू नीचे की और गिरने लगे. पहाड़ी के नीचे की तरफ कुछ लोग खड़े थे कि अचानक उनके ऊपर लड्डुओं की बारिश होने लगी. लोगों ने झटपट सारे लड्डुओं को कैच किया, वे सभी अचंभित हो गए कि आखिर ये लड्डुओं की बारिश कैसे हो रही है तभी उन्होंने देखा कि कई सारे लोग दौड़ते हुये उन्ही की तरफ आ रहे हैं. माँ ने देखा सभी के हाथों में लड्डू है. माँ ने सभी को लड्डुओं की बारिश का कारण बताया फिर सभी ने मिल कर कैच किये हुये लड्डू मजे से खाए. 



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